EPFO Interest Rates Hike: अगर आप भी एक रोजगार है, और आप कहीं नौकरी करते हैं तो आपके लिए यह बहुत ही बड़ी खबर है. सरकार ने एक बहुत ही बड़ा बयान दिया है पीएफ खाते की ब्याज केदार बढ़ाने को लेकर. श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री धनेश्वर तेली ने सदन में वित्त वर्ग 2021-2022 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जमा पर जो ब्याज मिलेगी उसके बारे में बदलाव करने की बात कही थी. एक सवाल का जवाब देते श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने जानकारी दी थी.
सरकार ने क्या जानकारी दी
हम आपको बता दें जब सदन में रामेश्वर तेली से सवाल पूछा गया तो उन्होंने सरकार कर्मचारी के भविष्य निधि जमा राशि पर ब्याज की दर को बढ़ाने के ऊपर बात कही थी और कही थी कि सरकार इस पर पुनर्विचार कर रही है. रामेश्वर तेली ने इस पर लिखित जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्याज पर पुनर्विचार करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. इसका मतलब पीएफ खाते पर मिलने वाले ब्याज दर में कोई भर्ती होने नहीं जा रही है.
EPFO Interest Rates Hike
EPFO ने वित्तीय वर्ष 2021 2022 के लिए 8.1 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे कम ब्याज है। सरकार के इस फैसले ने ईपीएफओ के लगभग 6 करोड़ लोगों को चौंका दिया है। पिछले वित्त वर्ष में, पीएफ को 8.5 प्रतिशत ब्याज मिल रहा था।
हम आपको बता दें कि EPFO ने 2019 2020 में 8.5 प्रतिशत ब्याज का भुगतान किया। उसके बाद 2020 2021 में केवल 8.5% ब्याज प्राप्त हुआ, जबकि 2018 में 19 EPFO ने 8.65% ब्याज का भुगतान किया। वित्तीय वर्ष 2017 18 को 8.55 प्रतिशत ब्याज मिला। वित्तीय वर्ष 2016 17 को 8.65 प्रतिशत ब्याज मिला और वर्ष 2015-16 में, 8.8 प्रतिशत ब्याज प्राप्त हुआ।
छोटी बचत योजनाओं से ज्यादा ब्याज
हम आपको बता दें कि श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने यह भी बोला था कि ईपीएफ की ब्याज अन्य तुलनीय योजनाओं जैसे कि सामान्य भविष्य निधि (7.10 प्रतिशत), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (7.40 प्रतिशत) और सुकन्या समृद्धि खाता योजना (7.60 प्रतिशत) से अधिक है. यानी रामेश्वर तेली के अनुसार छोटी बचत योजनाओं से पद मिलने वाला ब्याज आज भी ज्यादा ही है उनका यह मानना है. ऐसे में ब्याज दर बढ़ोतरी के लिए सरकार अभी कोई विचार नहीं कर सकती है. और हम आपको बता दें कि ईपीएफ पर ब्याज दर 8.10% की मंजूरी मिली हुई है. तो इसलिए अन्य योजनाओं के मुकाबले इपीएफ में ब्याज की दर अधिक है.
मंत्री ने कही ये बात
रामेश्वर तेली ने यह भी कहा कि PF मेजर ब्याज मिलता है वह EPF द्वारा अपने निवेश से प्राप्त आय पर भी निर्भर करता है. और ऐसी स्थितियों में केवल ईपीएफ योजना, 1952 के अनुसार ही व्यतीत किया जाता है. रमेश्वर तेलि ने यह भी कहा कि सीबीटी और ईपीएफ ने 2021-22 के लिए 8.10 प्रतिशत ब्याज दर की सिफारिश की थी, जिसे सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है, इसका मतलब यही है दोस्तों की आपको इस बार PF में 8.10 की दर से ब्याज मिलेगा।
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EPFO Interest Rates [FAQ]
FY21 EPF ब्याज दर को दिसंबर 2021 में श्रेय दिया गया था। हालांकि रिपोर्ट के अनुसार, FY 22 के लिए ब्याज धन को 15 जुलाई तक PF खातों में स्थानांतरित किया जा सकता है। EPFO, एक सेवानिवृत्ति निधि, जमा पर ब्याज दर में कमी आई FY22 के लिए 8.1 प्रतिशत, पिछले वर्ष 8.5 प्रतिशत से नीचे।
सरकार ने शुक्रवार को कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) पर ब्याज दर को कम कर दिया, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 प्रतिशत के 40 साल के निचले स्तर पर था। आज की कमी के साथ, 1977-78 के बाद से ईपीएफ ब्याज दर सबसे कम है, जब यह 8 प्रतिशत थी।
कर्मचारी प्रोविडेंट फंड (EPF) विशेष रूप से वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए एक सेवानिवृत्ति लाभ योजना है। नियोक्ता और कर्मचारी दोनों इस योजना में योगदान करेंगे।
ईपीएफ पासबुक में पेंशन योगदान कर्मचारी के ईपीएस खाते में हर महीने नियोक्ता द्वारा जमा की गई राशि है। यह हर महीने लगभग ₹ 1250 के आसपास मिलता है।
निष्कर्ष
दोस्तों मैंने आपको EPFO Interest Rates Hike के बारे में सारी जानकारी देने की कोशिश की है. और बताया है की अन्य योजनाओं के अपेक्षा इपीएफ इंटरेस्ट रेट क्या चल रही है और सरकार ने इसके ऊपर क्या बात कही है. उम्मीद है आप सारी जानकारी हमारे इस लेख के द्वारा प्राप्त किये होंगे। लेकिन फिर भी आपको किसी भी तरह के सवाल हो जिससे आप हमसे पूछना चाहते है तो हमे कमेंट के जरिये पूछ सकते है, हम आपके सवालो का जवाब देने की पूरी कोसिस करेंगे।