दुनिया भर में मंदी की आशंका के बीच भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन शानदार बना हुआ है. इसके चलते विदेशी निवेशक एक बार फिर से यहां पैसा लगा रहे हैं. कोविड-19 की महामारी और रूस यूक्रेन के युद्ध के बाद दुनिया भर में महंगाई बढ़ गयी है. इसे वजह से दुनिया के कई देशों में मंदी की आशंका जताई जा रही है. हालांकि इस सबसे बेखबर भारतीय शेयर बाजार में निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं.
विदेशी निवेशक भी रिकॉर्ड निवेश कर रहे हैं, म्यूच्यूअल फंड हाउस भी अच्छी कंपनी के शेयरों में निवेश करने से घबरा नहीं रहे हैं. इस वर्ष म्यूच्यूअल फंड कंपनियों ने बहुत सारे स्टॉक में निवेश किया है लेकिन कुछ ऐसे स्टॉक हैं, जिन पर एक साथ कई म्यूच्यूअल फंड हाउस ने दांव लगाया है. हम आपको पांच ऐसे शेयर बता रहे हैं जिन पर म्यूच्यूअल फंड कंपनियों की ओर से बड़ा रकम निवेश किया गया है.
आईसीआईसीआई लोंबारड (ICICI LOMBARD)
गैर-जीवन बीमा क्षेत्र में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड एक अच्छी कंपनी है। कंपनी टियर-3 और टियर-4 शहरों में डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़ाने पर फोकस कर रही है। कंपनी के रिटर्न में सुधार देखा गया है, जिसके चलते निवेश आय पर मिलने वाला रिटर्न सुधरा है। आगे चलकर कंपनी की ग्रोथ और तेजी होने की उम्मीद है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां इसमें निवेश बढ़ा रही है। इस साल म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 2.57 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। कंपनी का शेयर आज 1 फीसदी से कम गिरकर 1,129.40 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
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कजारिया सिरामिक्स (KAJARIA CERAMICS)
टाइल्स, बाथवेयर और सैनिटरीवेयर बनाने वाली कंपनी कजारिया सेरामिक्स को बिल्डिंग मैटेरियल्स स्पेस की मजबूत कंपनी है। रियल एस्टेट मार्केट में लगातार तेजी का फायदा इस कंपनी को मिलने की उम्मीद है। यह भारत में सिरेमिक/विट्रिफाइड टाइल्स का सबसे बड़ा निर्माता है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां इस कंपनी के शेयर पर जमकर दांव लगा रही है। एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 1.26 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज कंपनी के शेयर में 2 फीसदी से अधिक की तेजी है और शेयर 1,048.95 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
कमिंस इंडिया (CUMMINS INDIA)
कमिंस की घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में मजबूत मांग देखी जा रही है। कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में भी कंपनी की मार्जिन बढ़ने की उम्मीद है। ऑटोमेशन पर कंपनी का फोकस है जो आगे मार्जिन बढ़ाने का काम करेगा। मार्केट एक्सपर्ट इसके शेयर की कीमत में तेज उछाल की उम्मीद लगा रहे हैं। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 1.17 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज कंपनी का शेयर 0.63% गिरकर 1,341.30 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
लौरस लैब्स (LAURUS LABS)
लौरस लैब्स जेनेरिक एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स) और फॉर्मूलेशन, कस्टम सिंथेसिस और बायोटेक्नोलॉजी के सेगमेंट में काम करती है। कस्टम सिंथेसिस और एपीआई व्यवसायों में मजबूत प्रदर्शन ने जून-सितंबर में एक साल पहले की तुलना में 31% की मजबूत रेवन्यू वृद्धि हासिल करने में मदद की है। हालांकि, एंटी-रेट्रोवायरल ऑफटेक खराब होने के कारण फॉर्मूलेशन बिजनेस में महत्वपूर्ण नुकसान हुआ है। कुल मिलकार कंपनी का फ्यूचर ब्राइट है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियों ने निवेश बढ़ाया है। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड कंपनियों ने लौरस लैब्स के 1.84 करोड़ शेयर की खरीदारी की है। आज 0.078 फीसदी गिरकर 449.70 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
केईसी इंटरनेशनल (KEC INTERNATIONAL)
कंपनी ने अपनी रेवन्यू 2022-23 में 20% (पहले के 15% की तुलना में) तक बढ़ा दिया है, जो की रिकॉर्ड है। केईसी ने रेलवे व्यवसाय में ट्रेन टकराव से बचाव प्रणाली के नए उभरते हुए क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया। सिविल में कंपनी 2,500 करोड़ रुपये की आठ जल परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रही है। डेटा सेंटर के लिए इसका तीसरा ऑर्डर है। आने वाले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही से मार्जिन में सुधार की संभावना है। कुल मिलकार कंपनी आगे और बेहतर करेगी यह भरोसा है। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियां दांव लगा रही हैं। पिछले साल म्यूचुअल फंड कंपनियों ने इस कंपनी के 38.78 लाख शेयर खरीदे हैं। आज कंपनी का शेयर 1.33 फीसदी टूटकर 417.75 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
म्यूचुअल फंड में क्या फायदा होता है?
इसे आम निवेशकों के जोखिम को कम करता है और बेहतर रिटर्न देने की कोशिश करता है। म्यूचुअल फंड में आम लोग छोटी छोटी रकम से कम जोखिम के साथ निवेश की शुरुआत कर सकते हैं और आपके इस छोटे निवेश पर भी बाजार के एक एक्सपर्ट की लगातार नजर रहती है, जो पूरी कोशिश करता है कि आपका रिटर्न बाकी लोगों से ऊंचा रहे।
म्यूचुअल फंड के नुकसान क्या है?
इसलिए, कुछ उपकरणों में जोखिम की डिग्री अधिक होती है जबकि अन्य में यह कम होती है। इसके अलावा, इस के रिटर्न हैंमंडी-जुड़े हुए। इसलिए, म्यूचुअल फंड पर रिटर्न की गारंटी नहीं है। हालांकि, अगर इक्विटी फंड लंबी अवधि के लिए रखे जाते हैं तो जोखिम की संभावना कम हो जाती है।
इसके कितने प्रकार होते हैं?
- इक्विटी फंड
- डेट फंड
- हाइब्रिड फंड
- समाधान उन्मुख फंड
- इंडेक्स फंड जैसे अन्य फंड
- इक्विटी म्यूचुअल फंड ज्यादातर पैसा अलग-अलग कंपनियों में विनिवेश करते हैं
- इक्विटी म्यूचुअल फंड को आगे वर्गीकृत किया जा सकता है. लार्ज कैप फंड मिड-कैप पंडाल और मिड कैप फंड अ स्मॉल कैप फंड
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निष्कर्ष
जैसा कि दोस्तों हमने आपको इस लेख से जुड़ा सारी जानकारी अपने इस लेख के जरिए आपको बताने की कोशिश की है. और यह भी बताया है कि इसके कितने प्रकार हैं. अगर फिर भी इस लेख से जुड़ा कोई अन्य सवाल हो जिसे हम इस लेख के जरिए पूरा ना कर सके तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं. आपके पूछेगा प्रश्नों का जवाब हम जरूर देंगे.