Old Pension Scheme: पुरानी पेंशन योजना पर आया सबसे बड़ा अपडेट

पेंशन योजना के तरफ से बहुत ही अच्छी खबर निकल कर आ रही है. यदि आप भी एक पुराना कर्मचारी है. तो यह खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. तो इसलिए हमारा इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े. ताकि आप को इसके बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। दोस्तों यदि पेंशन के बारे में चर्चा की जाए, तो जो पुराने पेशेंन योजना कर्मचारियों को उनके लास्ट डाउन बेसिक पे का 50% और उनके सेवा निवृत्ति और महंगाई भत्ता यानी कि 10 महीने पश्चात सरकारी कर्मचारियों को उनका औसत वेतन जो भी उनके लिए अधिक लाभदायक होता है.

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इसके लिए सभी कर्मचारियों के लिए और 10 साल की सेवा काफी अनिवार्य है. तो दोस्तों आइए हम लोग जानते हैं. इसके बारे में विस्तार पूर्वक। पेंशन योजना वर्तमान समय में सोशल मीडिया में सुर्ख़ियों में है. और इस पेंशन योजना का लाभ कई राज्यों में लागु भी कर चुका है. और बहुत सारे राज्यों में इस पेंशन योजना को बंदे कर रहे हैं. आप सभी के जानकारी के लिए बता दें, कि पेंशन योजना दो प्रकार के होते हैं. जिसमें की पहला पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) और दूसरी नई पेंशन योजना हैं, बता दें कि दोनों पेंशन योजना सामान्य रूप से एक ही प्रकार के पेंशन योजनाएं हैं. हालांकि, दोनों योजनाएं एक दूसरे से थोड़ा अलग-अलग हैं.

तो आइए हम लोग जानते हैं योजनाओं के बारे में जिसमें पहला एनपीएस एक निवेश आधारित पेंशन योजना है. जो पहले की पुरानी पेशेंस योजना से पूरी तरह से विपरीत है. पुरानी पेंशन योजना एक अनमोल योजना है. और इसमें रिटर्न बढ़ाने के लिए बाजार में कुछ पैसों का निवेश करती है.

पेंशन स्कीम

सभी कर्मचारियों के बता दे की ओपीएस के तहत आप सभी को अपनी पेंशन में किसी भी प्रकार का कोई योगदान करने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि गवर्नमेंट नौकरी के तरफ से सभी कर्मचारियों को प्रोत्साहन यह भी दिया जाता है, की किसी भी प्रकार के सरकारी नौकरी से रिटायरमेंट के बाद सभी सरकारी कर्मचारियों को पेंशन और पारिवारिक पेंशन की गारंटी भी मिले। हालांकि, अभी वर्तमान समय में जीवन प्रत्याशा में वृद्धि के कारण ओपीएस योजना को लेकर सरकार इस्थिर हो गया, जिसके बाद वर्ष 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना लाई गई थी.

पुरानी पेंशन योजना

हालांकि, अब राज्यों में एक बार फिर से वर्तमान समय में पुराने पेंशन योजना पर शिफ्ट हो रहे हैं. वही कई राज्यों में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू भी कर चुके हैं. जैसे कि, छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान, पंजाब और इसके साथ-साथ हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों ने सभी कर्मचारियों के लिए वे कर दिखाया है. जो कि अभी तक दूसरे राज्यों ने नहीं कर पाया है, वास्तव में, यह सभी राज्य पहले ही कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू कर चुके हैं. इसके साथ ही इन राज्यों ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) को बंद कर दिया है.

ओल्ड पेंशन स्कीम साल 2004 में हो गई थी बंद

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के तहत सरकार ने एक अप्रैल, 2004 से पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को पहले बंद कर दिया था। ओल्ड पेंशन स्कीम के तहत सभी कर्मचारियों को सरकार के द्वारा पेंशन की पूरी राशि दे दी जाती थी। यह पेंशन रिटायरमेंट के समय कर्मचारी के वेतन पर आधारित होती थी। इस स्कीम के तहत रिटायर्ड कर्मचारी की मौत के बाद उसके परिजनों को भी पेंशन का प्रावधान था।

नई पेंशन योजना (New Pension Scheme) के तहत कर्मचारी अपने मूल वेतन का 10 फीसदी हिस्सा पेंशन के लिए देते हैं। जबकि राज्य सरकार इसमें 14 फीसदी का योगदान देती है। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त होने वाले कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को बंद कर दिया था। इसकी जगह नई पेंशन योजना (New Pension Scheme) लागू की गई थी। इसके बाद राज्यों ने भी नई पेंशन योजना को अपना लिया। इसके बाद से नई पेंशन योजना चल रही है।

पुरानी पेंशन योजना (OPS) क्या है?

पुरानी पेंशन योजना अभी काफी सुर्खियों में है, तो आइए दोस्तों इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारीयों को चर्चा करते हैं. पुरानी पेंशन योजना यानी की ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के तहत सरकार साल 2004 से पहले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद उन सभी को अपना जीवन यापन करने के लिए एक निश्चित पेंशन देती थी. और यह पेंशन कर्मचारी के सरकारी नौकरी के रिटायरमेंट के दौरान उनके वेतन पर आधारित होती थी.

इस स्कीम में रिटायर हुए कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिजनों को भी पेंशन दी जाती थी. हालांकि, इस स्कीम को 1 अप्रैल 2004 में बंद करके इसे राष्ट्रीय पेंशन योजना से बदल दिया गया है. पुरानी पेंशन स्कीम के फायदे जो इस प्रकार नीचे विस्तार पूर्वक उल्लेख किया गया है.

पुरानी पेंशन स्कीम के फायदे

इस स्कीम के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय उनके वेतन की आधी राशि पेंशन के रूप में प्रदान की जाती है. पुरानी पेंशन योजना में अगर रिटायरमेंट के पश्चात सरकारी कर्मचारियों की मृत्यु हो जाती है. तो उनके परिजनों को पेंशन की राशि दी जाती है. इस योजना में पेंशन देने के लिए कर्मचारियों के वेतन से किसी भी तरह की कटौती नहीं होती है.

पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों की अंतिम बेसिक सैलरी का 50 फीसदी यानी आधी राशि तक पेंशन के रूप में दिया जाता है. इस स्‍कीम के जरिये रिटायरमेंट के बाद मेडिकल भत्‍ता और मेडिकल बिलों की रिम्बर्समेंट की सुविधा भी दी जाती है. इस स्कीम में रिटायर्ड हुए कर्मचारी को 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी की रकम दी जाती है.

निष्कर्ष-

तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समर्थ पुरानी पेंशन योजना से संबंधित बहुत सारी जरूरी बातें साझा की है. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों तक भी शेयर करें। ताकि उसे भी इससे संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके. और इससे संबंधित और जानकारी पाना चाहते है. तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर कमेंट करें।

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