प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना क्या है तथा इससे किन लोगों को लाभ मिलेगा? (Pradhan Mantri Atmanirbhar Swasth Bharat Yojana)

देश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पिछले वर्ष अक्टूबर 2021 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना (Pradhan Mantri Atmanirbhar Swasth Bharat Yojana) की शुरुआत करी। प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस योजना के संबंध में इस लेख में विस्तार से चर्चा करेंगे, यहाँ जानने की कोशिश करेंगे कि, यह योजना कैसे पूर्व की चली आ रही अन्य योजनाओं से भिन्न हैं तथा इससे कैसे देश वासियों को लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना

25 अक्टूबर 2021 को वाराणसी में अपने एक कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी नें आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना (PMASBY) का ऐलान किया, इससे पूर्व पिछले साल बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस योजना का जिक्र अपने बजट भाषण में किया। सरकार का मानना है कि, यह योजना देश में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण योजना सिद्धि होगी, जिससे प्रत्येक नागरिक को एक बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कारवाई जा सके।

आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना मानव स्वास्थ्य से जुड़े तीनों क्षेत्रों यथा बचाव, इलाज तथा रिसर्च को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के अंतर्गत संचालित इस योजना के लिए आवंटित राशि का वहन पूर्ण रूप से केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा। गौरतलब है कि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) को भारत सरकार द्वारा 2005 में स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन को मिलाकर शुरू किया गया था।

इस योजना के लिए शुरुआत में कुल 64,180 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, योजना के प्रारम्भिक चरण में देश के दस ऐसे राज्यों के स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे को प्रमुखता से सही किया जाएगा जहाँ वर्तमान में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं है। इसके अतिरिक्त देशभर के 602 जिलों में क्रिटिकल केयर सुविधाएं भी शुरू किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

योजना का कार्यक्षेत्र

आइए अब एक नजर डालते हैं, प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना (Pradhan Mantri Atmanirbhar Swasth Bharat Yojana) के तहत स्वास्थ्य क्षेत्र के भीतर किस प्रकार का बुनियादी ढाँचा अथवा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा-

(i) जैसा कि, हमनें ऊपर बताया योजना के अंतर्गत 10 राज्यों पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा ऐसे 10 राज्यों में स्थित 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य तथा आरोग्य केंद्रों (Rural Health & Wellness center) के लिए सहायता का प्रावधान किया जाएगा।

(ii) योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ बनाने के उद्देश्य से देश के सभी राज्यों में 11,024 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों की स्थापना की जाएगी।

(iii) देश के सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं तथा विशेष फोकस वाले राज्यों के 3000 से अधिक विकास खंडों में सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों (Public Health Units) की स्थापना की जाएगी।

(iv) देश के 602 जिलों जिनकी आबादी 5 लाख या इससे अधिक है वहाँ एवं 12 केंद्रीय संस्थानों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक की स्थापना की जाएगी। ये ब्लॉक क्रिटिकल केयर देने में सक्षम होंगे।

(v) योजना के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) की 5 क्षेत्रीय शाखाओं और 20 महानगरीय स्वास्थ्य निगरानी इकाइयों को मजबूत किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

(vi) सार्वजनिक स्वास्थ्य अथवा सरकारी प्रयोगशालाओं (LAB) को जोड़ने के लिए सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल (Integrated Health information Portal) की शुरुआत की जाएगी, जिससे रोगी के स्वास्थ्य से जुड़े दस्तावेजों/रिपोर्ट्स को एक केन्द्रीकृत पोर्टल से एक्सेस किया जा सके।

(vii) योजना के तहत 32 हवाई अड्डों, 11 बंदरगाहों और 7 लैंडक्रॉसिंग पर पूर्व में संचालित 33 सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को मजबूत एवं और अधिक विकसित किया जाएगा इसके साथ ही सरकार का सत्रह नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को शुरू करने का लक्ष्य भी है।

(viii) इस योजना के तहत 4 नए नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर वायरोलॉजी, 9 बायोसेफ्टी (स्तर-3) की प्रयोगशालाएं, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर वन हेल्थ, 5 नए रीजनल नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल समेत WHO साउत ईस्ट एशिया रीजन के लिए एक रीजनल रिसर्च प्लेटफॉर्म स्थापित किए जाने की योजना है।

(ix) इसके तहत देशभर में 157 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे हालाँकि इनमें से तकरीबन 63 वर्तमान में कार्यरत हैं, देशभर में डॉक्टरों तथा मेडिकल स्टाफ़ की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाएगी तथा मेडिकल कॉलेजों के वितरण में सुधार किए जाएंगे।

(x) इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के तहत रखे कुछ अन्य लक्ष्यों की बात करें तो इसमें मोबाइल अस्पतालों की शुरुआत करना, आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर्स की स्थापना करना आदि शामिल हैं।

योजना से लाभ

योजना तथा इससे संबंधित लक्ष्यों के बारे में हमनें ऊपर विस्तार से समझा। इसके तहत ब्लॉक स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी का इस्तेमाल कर इसे और उन्नत किया जा सकता है, जिसका एक उदाहरण हमनें Integrated Health information Portal के रूप में देखा।

इसके अतिरिक्त पिछले वर्ष जिस प्रकार कोरोना महामारी ने भारत समेत पूरी दुनियाँ को अपनी चपेट में लिया उससे स्वास्थ्य क्षेत्र के तीसरे घटक अर्थात रिसर्च की दिशा में कार्य करना भी बेहद अहम हो जाता है और इस उद्देश्य से नए संस्थानों की शुरुआत करी जा रही है। अतः इसमें कोई दो राय नहीं है कि, इस योजना के अपेक्षित रूप से क्रियान्वयित होने की स्थिति में यह भारत को स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करेगी तथा देशवासियों को भी एक अच्छा हेल्थकेयर मुहैया हो सकेगा।

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